बिहार
क भूकंप
अओर
दरभंगा राज
अनुवादक
रमन दत्त झा
इतिहास सर्वोतम
श्रोत अछि ज्ञान के l १९३४ क भूकंप एखनो याद द जायत अछि जेकर भरपाई
नहि भ सकल l बिहार क सबसे भयंकर प्रलय मानल जायत अछि १९३४ क भूकंप जे मिथिला के भौगोलिक
रूप से दू फाँक मे क देलक वो त भाषा छल जे दुनु भाग के एक केने रहल l निर्मली- भपटियाही रेल मार्ग ध्वस्त भ गेल जे एखन तक बनौल
नहि जा सकल ,गोपालपुर घाट पूर्णिया राजमार्ग नहि रहल गुलाब बाग मंडी प्रभावित भेल l
दरभंगा , मधुबनी क रेल आ सड़क सम्बन्ध सहरसा ,मधेपुरा ,सुपौल ,पूर्णिया
,कटिहार ,किसनगंज से तुइत गेल जेकर प्रभाव सोराठ सभा पर सेहो पडल lमिथिलाक वो भाग
नजदिको रहयत दूर भ गेल l कोशी क शोक कहि
के एतेक
प्रचारित भेल जे लोक बिसैर गेला जे वोहि झेत्र क अवनातिक मुख्य कारण १९३४ क
भूकंप छल आ मुख्यतः मिथिलाक अवनति वोहि दिन से शरू भ गेल वो ते धन्यबाद देवाक चाही
परम आदरणीय श्री अटल बिहारी वाजपेयी जी क जे बिना कोनो मांग के नार्थ ईस्ट कॉरिडोर मे ई दुनु भाग के सड़क मार्ग से तथा कोशी पर रेल पुल
क पुनर्निर्माण क योजना से रेल मार्ग से
मिथिला के जोड़ लैथ एकटा राजमार्ग सेहो मंजूर भेल अछि जे उमगाँव से मधुबनी –
लोफा – महिषी –सहरसा से वस्तुतः सीताजी क जन्म स्थली से मंडन मिश्र क महिषी के
अर्थात सीतामढ़ी –मधुबनी – सुपौल –सहरसा के जोरत l पूर्णिया हवाई अड्डा क
पुनर्निर्माण सेहो अहि इलाका के जोडवा मे सहायक होयत ,दरभंगा हवाई अड्डा के
खोल्वाक सेहो मांग भ रहल अछि l
महाराजाधिराज क सेहो ई सोच छल अहि से वो पहिल लोकसभा खास दरभंगा से नहि अपितु
पूर्णिया दिस से लड्लैत l हम वस्तुतः पूर्णिया क श्रीनगर क स्व. कुमार गंगानंद
सिन्हा के आभार व्यक्त करब जे अपन अंग्रेजी मे लिखल किताब “ दि बिहार अर्थक्वेक एंड दि दरभंगा राज “ मे वो सब
लिख्लैत जेकरा अपन मात्रभाषा मे हम रखवाक धृष्टता अहि पोथी ‘बिहार क भूकंप अओर दरभंगा राज ‘ मे कायल ( उपसंहार छौड के) l सुधि पाठक क सुझाव
,आलोचना क आभारी रहब l
रमन दत्त झा .
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